संसद डायरी 2 - 01-12-2021

02/12/2021

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केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा, श्रमिकों के हित में एक पारदर्शी और सुलभ प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के लिए 26 अगस्त, 2021 को ई-श्रम पोर्टल की शुरुआत की गई थी। आज लगभग तीन महीने के बेहद कम समय में इस पोर्टल पर दस करोड़ श्रमिकों का पंजीकृत हो जाना यह दिखाता है कि देश के असंगठित श्रमिक ई-श्रम पोर्टल से उत्साह के साथ जुड़ रहे हैं। इस पोर्टल पर पंजीकरण के पश्चात् श्रमिकों को उनसे सम्बंधित सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ आसानी से मिल सकेगा।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का हमेशा से यह प्रयास रहा है कि श्रमिकों के हित में, उनकी सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक सरल, सुगम एवं पारदर्शी व्यवस्था बनाई जाए और उनके विजन से ही यह पोर्टल शुरू हुआ है। वास्तव में, ई-श्रम पोर्टल प्रधानमंत्री जी की "सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास" की कटिबद्धता का परिचायक है। इसके माध्यम से भविष्य में 400 से अधिक व्यवसाय में लगे 38 करोड़ से अधिक श्रमिक, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ कहीं भी, कभी भी प्राप्त कर सकेंगे।

कल संसद के शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन था। 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्ष का हंगामा जारी रहा। विपक्ष को समझना चाहिए कि सांसदों का निलंबन नियमों के आधार पर हुआ है, अतः इसे लेकर हंगामा करने का कोई औचित्य नहीं है। हंगामे के बीच ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मनसुख मंडाविया द्वारा पेश ‘सहायक प्रजनन (विनियमन) विधेयक – 2021’ लोकसभा में पारित हो गया। वहीं राज्यसभा में केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत द्वारा ‘बाँध सुरक्षा विधेयक’ पेश किया गया लेकिन हंगामे के कारण इसपर चर्चा नहीं हो पाई। अंततः विपक्ष के हंगामे के कारण पहले राज्यसभा और फिर लोकसभा की कार्यवाही को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया। सरकार सभी मुद्दों पर सवालों के जवाब देने और चर्चा करने के लिए तैयार है, लेकिन यह तभी होगा जब विपक्ष ठीक प्रकार से संसद चलने देगा।